बोधगया/रांची। भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण की पावन स्मृति में आज पूरे बिहार और झारखंड में बुद्ध पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा, शांति और आस्था के साथ मनाया गया। विशेषकर बोधगया, राजगीर और नालंदा जैसे प्रमुख बौद्ध स्थलों पर देश-विदेश से हजारों श्रद्धालुओं ने आकर भगवान बुद्ध को नमन किया।
बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर को भव्य ढंग से सजाया गया और वहां विशेष पूजा, ध्यान सत्र, एवं दान कार्यक्रम आयोजित किए गए। श्रद्धालुओं ने “बुद्धं शरणं गच्छामि” का जाप करते हुए शांति का संदेश दिया।
झारखंड के रांची, देवघर और बोकारो में भी बौद्ध समाज द्वारा प्रभातफेरी, ध्यान सत्र और सामाजिक सेवा कार्यक्रम आयोजित किए गए। कई स्थानों पर बुद्ध जीवन दर्शन पर आधारित संगोष्ठियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन हुआ।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं देते हुए भगवान बुद्ध के बताए मार्ग—अहिंसा, करुणा और मध्यम मार्ग—को अपनाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे, खासकर बोधगया में जहां अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों की संख्या काफी अधिक रही।