आरा (भोजपुर)। शहर के बीचों-बीच स्थित रमना मैदान का ओपन जिम कभी आम जनता — विशेषकर बुजुर्गों, महिलाओं और रोगियों — के लिए एकमात्र मुफ़्त स्वास्थ्य केंद्र के रूप में कार्य करता था, लेकिन आज इसकी स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है। वर्षों पहले नगर परिषद द्वारा बनवाया गया यह ओपन जिम अब जर्जर उपकरणों, टूटी-फूटी मशीनों और अव्यवस्थित हालात का नमूना बनकर रह गया है।
स्थानीय नागरिकों की मानें तो यह जिम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए, बल्कि सामाजिक मेलजोल और मानसिक संतुलन के लिए भी एक महत्वपूर्ण स्थान था। हर सुबह और शाम यहां सैकड़ों की संख्या में लोग व्यायाम करने आते थे। लेकिन अब अधिकांश उपकरण या तो टूट चुके हैं या पूरी तरह से अनुपयोगी हो चुके हैं, जिससे नियमित रूप से आने वाले लोगों को भारी असुविधा हो रही है।
नागरिकों की मांग — मरम्मत हो या नया जिम बने स्थानीय निवासी रमेश सिंह (62) कहते हैं, “हम बुजुर्गों के लिए यही एक जगह है जहां सुबह-शाम थोड़ा चल-फिर लेते हैं। लेकिन अब कुछ भी ठीक से काम नहीं करता। कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई।”
इसी तरह महिलाओं का कहना है कि “जिम की स्थिति इतनी खराब है कि बच्चे भी खेलने नहीं आते, कहीं चोट न लग जाए।”
नागरिकों ने नगर परिषद से अपील की है कि रमना मैदान के ओपन जिम की तत्काल मरम्मत कराई जाए या फिर वहां आधुनिक सुविधाओं से युक्त नया ओपन जिम तैयार कराया जाए।
प्रशासन की चुप्पी पर सवाल एक ओर जहां देशभर में फिट इंडिया मूवमेंट और हेल्थ अवेयरनेस अभियान चलाए जा रहे हैं, वहीं भोजपुर जैसे जिले में इस तरह की सुविधाओं का बदहाल होना प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है। अगर जल्द कोई कदम नहीं उठाया गया, तो शहर के नागरिकों को स्वास्थ्य लाभ से वंचित होना पड़ेगा।
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