आरा। अब कोईलवर से बक्सर तक गंगा तटबंध के अधूरे कार्य को पूरा किया जाएगा। साथ ही बक्सर से फरक्का बांध तक गंगा नदी में जमी गाद की सफाई के लिए सरकार के स्तर पर ठोस पहल शुरू हो गई है।
इस दिशा में पहल तब हुई जब कुंवर सेना के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह और महासचिव त्रिभुवन सिंह ने 18 अगस्त 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजकर गंगा नदी में बढ़ते कटाव और बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया था।
कुंवर सेना के आवेदन पर भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय (जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग) के वरिष्ठ संयुक्त आयुक्त मनोज कुमार ने बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र भेजकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। साथ ही कहा गया है कि की गई कार्रवाई की जानकारी कुंवर सेना को भी अवगत कराई जाए।
कुंवर सेना के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि हर वर्ष गंगा नदी के कटाव से हजारों एकड़ भूमि और कई गांव नदी में समा जाते हैं, जिससे किसानों को करोड़ों रुपये की क्षति होती है। उन्होंने कहा कि यदि कोईलवर से बक्सर तक बांध के अधूरे कार्य को पूरा कर दिया जाए और बक्सर से फरक्का तक गंगा की गाद की सफाई करा दी जाए, तो नदी का प्रवाह सामान्य हो जाएगा और कटाव की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।
सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि कुंवर सेना के निर्देश पर वीर कुंवर सिंह मेमोरियल सेवा एवं शोध संस्थान की एक टीम ने बक्सर से भागलपुर तक सर्वेक्षण किया था, जिसमें पाया गया कि गंगा में जमी गाद और अधूरे तटबंध कार्य समस्या की मुख्य वजह हैं।
उन्होंने कहा कि कुंवर सेना द्वारा उठाए गए इस जनहित के मुद्दे पर अब भारत सरकार ने सकारात्मक पहल की है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि,
“यह बिहार और विशेष रूप से भोजपुर, बक्सर और आसपास के जिलों के लोगों के लिए बहुत ही सार्थक पहल है, जिससे लाखों किसानों और बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत मिलेगी।”