साझी शहादत और विरासत की रक्षा को लेकर भाकपा-माले और किसान महासभा का मार्च, सरकार से कूटनीतिक समाधान की मांग

आरा। 1857 की आजादी की पहली लड़ाई की वर्षगांठ के मौके पर शनिवार को भाकपा-माले और अखिल भारतीय किसान महासभा के संयुक्त आह्वान पर “साझी शहादत, साझी विरासत” की रक्षा और शांति-सौहार्द के संकल्प के साथ एक मार्च निकाला गया। यह मार्च पूर्वी गुमटी से शुरू होकर शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए रेलवे स्टेशन परिसर पहुंचा, जहां एक सभा आयोजित की गई।

सभा के दौरान 1857 की क्रांति के वीर शहीदों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद वक्ताओं ने हाल में पहलगाम में हुई आतंकी घटना पर दुख जताते हुए सरकार से शांति और कूटनीतिक समाधान की दिशा में आगे बढ़ने की मांग की।

भाकपा-माले केंद्रीय कमेटी सदस्य राजू यादव ने कहा कि पहलगाम की आतंकी घटना निंदनीय है और दोषियों को कानून के दायरे में लाकर सख्त सजा दी जानी चाहिए। लेकिन इसके बहाने युद्धोन्माद फैलाना खतरनाक है। उन्होंने कहा, “भारत और पाकिस्तान दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं, युद्ध से सबसे अधिक नुकसान आम नागरिकों, खासकर महिलाओं और बच्चों को होगा। सरकार को कूटनीतिक पहल करनी चाहिए।”

अगिआंव विधायक शिवप्रकाश रंजन ने मेनस्ट्रीम मीडिया द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे अभियानों के जरिये युद्ध का माहौल बनाने की निंदा की और कहा कि संकट की इस घड़ी में विपक्ष और वैकल्पिक मीडिया को निशाना बनाया जा रहा है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।

अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव व पूर्व विधायक चंद्रदीप सिंह ने आरोप लगाया कि आतंकी घटनाओं की आड़ में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा, “शहीदों की पत्नियों को ट्रोल किया जा रहा है, यह न सिर्फ अमानवीय है, बल्कि बेहद गलत परंपरा को जन्म दे रहा है। आतंक का जवाब युद्ध नहीं, बल्कि राजनीतिक समाधान है।”

सभा का संचालन भाकपा-माले के जिला कार्यालय सचिव दिलराज प्रीतम ने किया। मार्च और सभा में जवाहरलाल सिंह, विजय ओझा, सुधीर कुमार सिंह, इंदू सिंह, उपेन्द्र भारती, शब्बीर कुमार, क्यामुद्दीन अंसारी, संगीता सिंह, दिलीप पासवान, बिष्णु ठाकुर, नंदाजी राम, अजय गांधी रामानुज, दुदुन सिंह, मिल्टन कुशवाहा, संतविलास राम, जय कुमार सिंह, रौशन कुशवाहा, कुणाल सिंह, मकबूल आलम, राजेश गुप्ता समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नागरिक शामिल हुए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *